गंगा किनारे गंदगी के चलते अंतिम संस्कार में लोगो को हो रही परेशानी,
बीडीओ ने कहा रोस्टर बना कर की जाएगी साफ सफाई
Kashi News Times धानापुर (चंदौली): श्मशान घाट यानी जीवन की अंतिम यात्रा का स्थल। यह एक ऐसी जगह है जहां हर किसी को पहुंचना पड़ता है। ऊंच-नीच, अमीर-गरीब सभी वर्ग के लोग यहां आते हैं। इसी स्थल पर लोगों को जीवन से मुक्ति भी मिलती है, जिस कारण इसे मुक्तिधाम भी कहा जाता है लेकिन इस धाम में आकर जीवन से तो मुक्ति मिल जाती है लेकिन गंदगी से मुक्ति नहीं मिलती। आज हर जगह साफ-सफाई और स्वच्छता पर ध्यान दिया जा रहा है, गंगा किनारे श्मशान घाट में गंदगी का अंबार लगा है। यहां गंदगी की जद और कुव्यवस्थाओं के बीच ही शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है, लेकिन इस ओर किसी का भी ध्यान नहीं है।
जिला प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधि भी चुप्पी साधे बैठे हैं, जिससे यहां अंतिम संस्कार के लिए शव लेकर आने वालों लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ज्ञात हो कि विकास क्षेत्र के तटवर्ती गांवो के लोगो का अंतिम संस्कार गंगा किनारे घाट पर किया जाता है।ज्यादातर शव का अंतिम संस्कार नरौली में गंगा किनारे किया जाता है।लेकिन वहां काफी गंदगी फैली है, कूड़ा-कचरा के कारण दुर्गंध आती रहती है। इसी बदबूनुमा माहौल में लोग अपने परिजनों, रिश्तेदारों और सगे-संबंधियों के शव का अंतिम संस्कार करते हैं।
श्मशान घाट में रोशनी की भी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। रात के समय शव लेकर आनेवाले लोगों को अंतिम संस्कार करने में परेशानी होती है।
अंत्येष्टि स्थल पर जाने का नही है रास्ता:-
धानापुर सहित क्षेत्र के गंगा किनारे गांवो में लाखों की लागत से अंत्येष्टि स्थल बनाए गए है लेकिन वो प्रयोग में नही आते अन्य गांवो में बाढ़ के समय तो उनका इस्तेमाल तो हो भी जाता है लेकिन में धानापुर में बने अंत्येष्टि स्थल पर जाने का रास्ता तक नही है।जो कि बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।
इस बाबत खंड विकास अधिकारी विजय कुमार ने बताया कि शीघ्र सफाई कर्मियों द्वारा रोस्टर बना कर गंगा किनारे जहां भी अंतिम संस्कार किया जाता है उसकी साफ सफाई कराई जाएगी।